देश व् समाज वैसा ही चलेगा जैसे उसको चलाने वाले हम चुनेंगे ।
1- लालच, प्रलोभन (पैसा व् वस्तु, शराब नहीं) कोई दे तो ले लो, पर ये सब देने वालो को कभी मत चुनो ।
2- जाति, धर्म, राजनीतिक पक्ष के आधार पर मत चुनो ।
3- हमेशा एक पारदर्शी, समदर्शी, दूरदर्शी व्यक्ति को ही अपना नेता चुनना ।
4- साधना व् ध्यान करने वाले एक सात्विक आचार एवं आहार वाले व्यक्ति मे ही ऊपर बताये गए गुण संभव है ।
5- ऐसे व्यक्ति हममें उपलब्ध है, उन्हें आगे बढाकर राष्ट्र निर्माण के कार्य मे लगाना हममें से हर एक की जुम्मेदारी है ।
-अनुराग
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